संस्कारवान
Courtesy:- Google Image ==बच्चों में संस्कार की कमी के मुख्य दोषी == घर ही वह पहला विद्यालय है जहां बच्चा अपने जीवन के सभी मूल्यों को सीखता है और उसे व्यवहार में परिणित करता है । माता पिता ही प्रथम गुरु होते हैं। जो उन्हें उचित मार्गदर्शन देते हैं तथा उचित संस्कार देकर एक अच्छा व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं। बच्चों में संस्कार घर से ही आता है,क्योंकि बच्चा घर पर ही अपना ठोस समय व्यतित करता है। जो कुछ भी देखता, सुनता व महसूस करता है, उन्ही को अपने व्यवहार में प्रकट करता है। इसके साथ साथ परिवार में बुजुर्गों का भी मार्गदर्शन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, जो बच्चों को विभिन्न नैतिक मूल्य सिखाने के लिए पर्याप्त होते है। एकल परिवार में बच्चों का उचित दिशा में विकास कर पाना संभव नहीं है, क्योंकि अधिकांश माता-पिता स्वयं आपस में सामंजस्य बिठा नहीं...