फैन नं - १ Ep. - V [An Unknown Call]

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                             फैन नं #१
                              Ep. - V
                 =[ An Unknown Call ]=


( पिछले अंक में आपने पढ़ा कि गेस्ट लिस्ट में रूत्विका एवं राहिल के कुछ दोस्तों के नाम रुपर्णा ने काट दिए। राहिल को अच्छा नहीं लगा वह रुपर्णा के साथ बहस किया फिर गुस्से में वहां से चला गया। अक्षिता ने पार्टी की व्यवस्था और निमंत्रण पत्र बांटने की जिम्मेदारी स्वयं ले ली। पार्टी के दिन रुपर्णा की तबीयत थोड़ी खराब लग रही थी, अक्षिता ने पारिवारिक डॉक्टर की सलाह से कुछ दवाएं दी। पार्टी में सभी बड़े निर्माता और निर्देशक रुपर्णा और  रूत्विका को बधाई दे रहे थे। रुपर्णा,अचिंत्या से किसी बात से बहस कर अपने कमरे में चली गई। कुछ समय बाद कमरे  में रुपर्णा मृत अवस्था में मिली। )
अब आगे.......

फिल्मी दुनिया रुपर्णा की मौत से पूरी तरह हैरान और खामोश हो गई थी। सभी फैन निराश और हताश हो गए थे। सभी समाचार पत्रों और चैनलों पर रुपर्णा के मौत को अलग अलग कहानी बनाकर जनता को परोसा जाने लग गया था। कोई भी रुपर्णा की मौत को साधारण नहीं समझते थे। छानबीन के दौरान अचिंत्या सबसे अधिक संदेह के घेरे में रहता था। शक की सुई घूमते घूमते कभी अक्षिता की ओर तो कभी अचिंत्या की ओर। समाचार पत्रों एवं न्यूज़ चैनलों में अक्षिता एवं अचिंत्या दोनों के बीच एक अनचाहे रिश्ते की खबर भी छापी एवं दिखाई जाने लग गई थी। फिर धीरे धीरे परिवार के बाकी सदस्यों से पूछताछ करने के बाद रुपर्णा  की मौत को दिल का दौरा पड़ने से बता कर केस को बंद करने की बातें सभी तरफ फैलने लग गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस छानबीन कुछ ज्यादा जानकारी नहीं दे पाई।
                      तभी एक बहुत बड़े वकील ने रुपर्णा की मौत को दिल का दौरा पड़ने से निधन की बात बता कर मामले को निपटाने की बात माननीय उच्चतम न्यायालय में इसे लाखों करोड़ों प्रसंशको के भावनाओं के साथ खिलवाड़ का हवाला देकर उच्च स्तरीय जांच समिति से मामले की जांच कराने की याचिका दायर किया। जनता की भावनाओं को समझते हुए माननीय मुख्य न्यायाधीश महोदय द्वारा एक जांच समिति का गठन कर, उन्हें  "रुपर्णा मिस्ट्रियस डेथ" नाम से केस सौंपते हुए, केस को पुनः नए सिरे से छानबीन शुरू करने का फैसला सुनाई।
                        "रुपर्णा मिस्ट्रियस डेथ" एक बहुत बड़ा केस बन गया था। हर दिन ऐसा लगता था, मानो अब अपराधियों का चेहरा सामने आएगा। केस के पुनः खुलने के बाद अचिंत्या और रुपर्णा के बीच पार्टी के दौरान बहस की बात मीडिया में फैल गई। जांच समिति ने बहस वाली बात को अचिंत्या से पूछी। अचिंत्या ने जांच समिति को बताया कि उस दिन पार्टी के दौरान पचास लाख रुपए क्रेडिट कार्ड से किसी चीज की शॉपिंग के लिए कटे थे। बस इसी बात की जानकारी मैं उसे दे रहा था। फिर रुपर्णा, सीधे राहिल के ऊपर चिल्लाना शुरू कर दी कि पक्का ये राहिल का ही काम होगा और अपना मूड अपसेट कर कमरे में चली गई। जांच समिति ने इस बात की छानबीन की, तो अचिंत्या की बातें सही साबित हुई।
                        जांच समिति छानबीन के दौरान रुपर्णा से जुड़े सारी चीजों और घटनाओं का बारीकी से निरीक्षण कर रहे थे। कुछ संदेही फिल्मी कलाकारों व निर्माता निर्देशकों से भी पूछताछ जारी रखी।
                       इधर रूत्विका और राहिल के जीवन में बड़े बदलाव आने शुरू हो रहे थे। राहिल अब ऑफिस जा कर अचिंत्या से बिजनेस की बारीकियों को सीखने और समझने लग गया था।     
                       वहीं रूत्विका पूरी तरीके से बदल गई। रुपर्णा के जाने के बाद से 1 - 2 साल तक रूत्विका ज्यादा मीडिया के सामने खुल कर नहीं आई।  उसके बाद फिर वह अपनी पूरी जीवन शैली ऐसे बदली मानो वह एक अलग ही दुनिया में जी रही हो। अक्षिता, रूत्विका को समझाने का प्रयास करती, मगर वह अक्षिता की एक न सुनती और ज्यादा होने पर, जो मुंह में आता, वह अक्षिता को बोल देती थी। अचिंत्या भी उसे बहुत समझा चुका था। रूत्विका मानो किसी की बात न सुनने की ठान ली थी।
                    रूत्विका अब आधुनिकता की देखा देखी में अपने कला को निखारने के बजाय पार्टी करना , देर से घर आना, घूमने जाना, शराब और गलत कपड़ों का चयन करना यह सब करने लग गई। जिससे उसके लोकप्रियता में कमी आने लग गई। अक्षिता, रूत्विका को समझाती, लेकिन रूत्विका अपनी सारी हदें पार कर चुकी थी। अक्षिता , रूत्विका के करियर को लेकर बात करने अचिंत्या से मिलने गई। तभी उसने देखा कि अचिंत्या कुछ लोगों को पैसों से भरा बैग दे रहा था। अक्षिता को सामने देखकर वह थोड़ा घबरा गया। थोड़ी देर बाद अक्षिता वहां से गुस्से में चली गई। अचिंत्या ने उसे आवाज भी दी लेकिन वह अनसुना कर वहां से चली गई।
                     इधर जांच समिति की जांच भी लगभग पूरी हो चुकी थी। लगभग दो हफ्ते बाद जांच समिति अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के बाद प्रेसवार्ता करने वाली थी कि अचानक एक खबर विभाग में फैलने लग गई कि  जांच समिति के दफ़्तर से  "रुपर्णा मिस्ट्रियस डेथ" से जुड़े सारे दस्तावेज और सबूत गायब हो गए हैं। देखते ही देखते मीडिया ने जांच समिति को घेरना शुरू किया, पर जांच समिति अपनी अंदरूनी गलती को अफवाह कह कर लिपा पोती करती नजर आई तथा प्रेस वार्ता में रिपोर्ट दिखाने की बात कही।
                     कुछ दिनों के बाद रूत्विका को एक अज्ञात कॉल आया......

अज्ञात कॉलर - क्या मेरी बात रूत्विका से हो रही है?
रूत्विका बोली - हां! कौन बोल रहा है? 
अज्ञात कॉलर - कौन नहीं... क्या बोल रहा हूं वो सुन..... "रुपर्णा मिस्ट्रियस डेथ" से जुड़े सारे दस्तावेज चाहिए तो बताए हुए पते पर अकेले आना, मैसेज किया हूं पढ़ ले.... (कॉल डिस्कनेक्ट)

(कौन हो सकता है अज्ञात कॉलर ...🤔🧐? क्या रूत्विका दिए हुए पते पर अकेले जाएगी....🤔?)
अगले अंक में......


पाठकों की मांग पर फैन नं १ के पिछले अंक 

🙏🙏🙏

भाग-१
गुरूजी का साथ
👇👇
http://laxmikantvaishnaw.blogspot.com/2021/06/epi.html

भाग-२
गांव चलें
👇👇
http://laxmikantvaishnaw.blogspot.com/2021/06/ep-ii.html

भाग-३
साजिश
👇👇
http://laxmikantvaishnaw.blogspot.com/2021/06/ep-iii.html

भाग-४
दी डैथ
👇👇

http://laxmikantvaishnaw.blogspot.com/2021/07/ep-iv.html




टिप्पणियाँ

  1. Akta kapoor se bhi jyada khatarnak सस्पेंस jasus vijay ya c. I. D. Daya ko lagana pad jayega 😄😄😄

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  2. अमरकंटक की टर्निंग प्वाइंट से भी ज्यादा टर्निंग है कहानी को मैदानी क्षेत्र में लाइए सर जी जल्दी

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